कौन जीतता है? किस्मत, कुंडली या मेहनत? शोनू शर्मा के वीडियो में आए डॉ. विनय बजरंगी ने क्या कहा
Anjani Gupta
हम सभी के मन में एक सवाल जरूर आता है – क्या हमारी किस्मत तय करती है कि हम अमीर बनेंगे या नहीं? या फिर कुंडली और ग्रहों की चाल सब कुछ लिख देते हैं? या फिर सब कुछ हमारी मेहनत पर निर्भर है?
शोनू शर्मा के एक चर्चित वीडियो में, ज्योतिष विशेषज्ञ डॉ. विनय बजरंगी ने इस सवाल का बेहद रोचक जवाब दिया। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।
क्या किस्मत सब कुछ है?
कई लोग मानते हैं कि अगर किस्मत साथ दे तो जिंदगी आसान हो जाती है। डॉ. बजरंगी कहते हैं कि ग्रह और किस्मत आपको मौके देते हैं, लेकिन उन्हें पकड़ना आपके हाथ में है। ग्रह सिर्फ रास्ता दिखाते हैं, मंज़िल तक आपको खुद चलना होता है। अगर आप मेहनत नहीं करेंगे, तो सबसे शुभ योग भी बेकार हो जाएंगे।
कुंडली क्यों है जरूरी?
कुंडली सिर्फ यह नहीं बताती कि आपका भविष्य कैसा होगा, बल्कि यह आपको चेतावनी भी देती है। यह बताती है कि कौन सा समय आपके लिए अच्छा है और कब आपको सावधान रहना चाहिए।
डॉ. बजरंगी बताते हैं कि सही जन्म समय कुंडली के लिए बेहद जरूरी है। सिर्फ कुछ सेकंड का फर्क भी आपकी लाइफ की दिशा बदल सकता है।
मेहनत और सही दिशा
डॉ. बजरंगी साफ कहते हैं कि “किस्मत और ग्रह सिर्फ मौके देते हैं, लेकिन मेहनत ही उन मौकों को हकीकत बनाती है।” अगर मेहनत नहीं होगी, तो कोई ग्रह भी आपको अमीर नहीं बना सकता। वहीं, अगर आप कर्म और ज्योतिषीय सलाह को सही ढंग से मिलाकर चलते हैं, तो आप बड़ी सफलता पा सकते हैं।
क्या मोदी रिटायर होंगे? राहुल गांधी पीएम बनेंगे?
वीडियो में राजनीति की भी चर्चा हुई। डॉ. बजरंगी के अनुसार, नरेंद्र मोदी 2029 तक अपना कार्यकाल पूरा करेंगे, जबकि राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना बहुत कम है। यह बताता है कि ज्योतिष बड़े फैसलों का संकेत दे सकता है, लेकिन हर बार कर्म की भूमिका सबसे बड़ी रहती है।
पिछले जन्म के कर्म और आज की किस्मत
डॉ. बजरंगी कहते हैं कि हमारे पिछले जन्म के कर्म हमारी मौजूदा जिंदगी को प्रभावित करते हैं। अगर हम आज अच्छे कर्म करें, तो आने वाला समय बेहतर होगा।
निष्कर्ष – कौन जीतता है? किस्मत, कुंडली या मेहनत?
डॉ. बजरंगी का सीधा जवाब है – तीनों का मेल जरूरी है। किस्मत आपको मौका देती है, कुंडली आपको सही समय का ज्ञान देती है, और मेहनत आपको सफलता तक पहुंचाती है। अगर आप मेहनत छोड़कर सिर्फ किस्मत और कुंडली पर भरोसा करेंगे, तो सपने अधूरे रह जाएंगे।