गूगल समय-समय पर अपने सर्च एल्गोरिथ्म में बदलाव करता रहता है ताकि उपयोगकर्ताओं को बेहतर और उच्च गुणवत्ता वाली जानकारी मिल सके। इसी कड़ी में गूगल ने 26 अगस्त 2025 को एक नया स्पैम अपडेट जारी किया है। यह अपडेट पूरी दुनिया में, सभी भाषाओं पर एक साथ लागू किया गया है और इसके पूरा होने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं। इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि यह अपडेट क्या है, इसका असर किन Websites पर होगा और वेबसाइट मालिकों को आगे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
गूगल का अगस्त 2025 स्पैम अपडेट क्या है?
गूगल ने अपने सर्च स्टेटस डैशबोर्ड के माध्यम से जानकारी दी कि आज सुबह 9:00 बजे (पैसिफिक टाइम) से 26 अगस्त 2025 स्पैम अपडेट लागू किया गया है। इस अपडेट का उद्देश्य सर्च रिज़ल्ट्स में मौजूद स्पैम, लो-क्वालिटी और नियमों का उल्लंघन करने वाली वेबसाइट्स को नीचे धकेलना या हटाना है।
गूगल ने आधिकारिक बयान में कहा:
“Released the August 2025 spam update, which applies globally and to all languages. The rollout may take a few weeks to complete.”
इसका सीधा अर्थ है कि यह अपडेट सभी भाषाओं और सभी देशों में लागू होगा और धीरे-धीरे आने वाले कुछ हफ्तों तक वेबसाइट्स की रैंकिंग में बदलाव देखने को मिल सकता है।
गूगल स्पैम अपडेट क्यों ज़रूरी है?
इंटरनेट पर हर दिन लाखों नई वेबसाइट्स और वेबपेज पब्लिश होते हैं। इनमें से कई वेबसाइट्स गूगल की नीतियों का पालन करती हैं, लेकिन कुछ साइट्स केवल रैंकिंग पाने के लिए स्पैमिंग, कीवर्ड स्टफिंग, ऑटो-जेनरेटेड कंटेंट, डुप्लीकेट कंटेंट और गलत लिंक बिल्डिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करती हैं।
ऐसी वेबसाइट्स का असर यह होता है कि उपयोगकर्ता को सर्च रिज़ल्ट्स में सही और उपयोगी जानकारी नहीं मिल पाती। गूगल का मकसद हमेशा यही रहा है कि यूज़र्स को सबसे बेहतर, सटीक और भरोसेमंद जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए समय-समय पर ऐसे स्पैम अपडेट्स लाए जाते हैं।
Website owners और SEO Professionals के लिए क्या मायने रखता है?
यह अपडेट सीधे उन वेबसाइट्स को प्रभावित करेगा जो गूगल की गाइडलाइंस का पालन नहीं करतीं।
संभावित असर:
- रैंकिंग गिरना – यदि आपकी साइट पर स्पैमी या लो-क्वालिटी कंटेंट है तो रैंकिंग नीचे जा सकती है।
- ट्रैफिक कम होना – सर्च रिज़ल्ट्स से विज़िबिलिटी घटने पर ट्रैफिक में गिरावट आएगी।
- प्रतिस्पर्धा में बदलाव – आपकी वेबसाइट भले ही गाइडलाइंस का पालन करे, लेकिन आपके प्रतिस्पर्धी प्रभावित हों तो आपकी रैंकिंग अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ भी सकती है।
वेबसाइट मालिकों को क्या करना चाहिए?
गूगल ने यह साफ नहीं किया कि इस बार अपडेट का टारगेट किस तरह की तकनीकें या स्पैम पैटर्न हैं। लेकिन पिछली अपडेट्स और गूगल की पॉलिसीज़ को देखते हुए कुछ बातें स्पष्ट हैं:
- गुणवत्ता वाले कंटेंट पर फोकस करें
- यूनिक, ओरिजिनल और रिसर्च-बेस्ड कंटेंट पब्लिश करें।
- केवल सर्च इंजन के लिए नहीं बल्कि पाठकों के लिए लिखें।
- कीवर्ड स्टफिंग से बचें
- आर्टिफिशियल तरीके से कीवर्ड भरना रैंकिंग को नुकसान पहुंचा सकता है।
- नैचुरल और कॉन्टेक्स्ट-बेस्ड कीवर्ड का प्रयोग करें।
- स्पैम लिंकिंग न करें
- बैकलिंक्स खरीदना या अप्राकृतिक लिंक बिल्डिंग तकनीकों से बचें।
- केवल प्रासंगिक और ऑथेंटिक वेबसाइट्स से लिंक प्राप्त करें।
- यूज़र एक्सपीरियंस बेहतर बनाएं
- पेज स्पीड, मोबाइल फ्रेंडली डिज़ाइन और क्लीन इंटरफेस पर ध्यान दें।
- साइट पर अधिक विज्ञापन या पॉप-अप से बचें।
- गूगल सर्च कंसोल पर नज़र रखें
- ट्रैफिक, इम्प्रेशन और क्लिक में हो रहे बदलाव को ट्रैक करें।
- किसी भी पेनल्टी या मैनुअल एक्शन अलर्ट को तुरंत नोटिस करें।
अपडेट के दौरान कैसे करें मॉनिटरिंग?
अगले कुछ हफ्तों तक वेबसाइट्स की रैंकिंग और ट्रैफिक में उतार-चढ़ाव आना स्वाभाविक है। ऐसे में आपको कुछ खास बातों पर नज़र रखनी होगी:
- सर्च कंसोल ट्रेंड्स: इम्प्रेशन, क्लिक और एवरेज पोज़िशन में बदलाव देखें।
- क्वेरी और पेज पैटर्न: देखें कि बदलाव केवल कुछ पेज पर हो रहे हैं या पूरे साइट पर।
- कंपटीटर्स से तुलना: आपके क्षेत्र की अन्य वेबसाइट्स पर क्या असर पड़ रहा है, इसका भी अध्ययन करें।
आगे की राह
गूगल हर साल कई स्पैम अपडेट्स और कोर अपडेट्स जारी करता है। इसलिए यह मान लेना कि केवल एक अपडेट के बाद आपकी साइट हमेशा सुरक्षित रहेगी, गलत होगा।
लंबी अवधि में वही वेबसाइट्स सफल होंगी जो लगातार गूगल की गाइडलाइंस का पालन करती हैं और उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट पर ध्यान देती हैं।
निष्कर्ष
गूगल का अगस्त 2025 स्पैम अपडेट दुनिया भर की वेबसाइट्स के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आया है। यह अपडेट उन साइट्स के लिए खतरे की घंटी है जो केवल रैंकिंग बढ़ाने के लिए स्पैमी तकनीकों का इस्तेमाल करती हैं। वहीं, जो वेबसाइट्स क्वालिटी कंटेंट, सही SEO प्रैक्टिस और यूज़र एक्सपीरियंस पर ध्यान देती हैं, उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
आने वाले कुछ हफ्तों तक रैंकिंग में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन लॉन्ग-टर्म सफलता का रास्ता केवल गाइडलाइंस का पालन और उपयोगकर्ता-केंद्रित कंटेंट ही है।