जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। मंगलवार को माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर एक बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। श्रद्धालुओं की मौत की खबर से न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का शोक संदेश
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हादसे को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर शोक संदेश लिखते हुए कहा कि माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर हुए भूस्खलन में कई श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत कष्टदायक है। राष्ट्रपति ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। साथ ही उन्होंने राहत और बचाव कार्य के सफल संचालन की कामना भी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा,
“श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण हुई जनहानि दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। ईश्वर करे कि घायल जल्द स्वस्थ हों। प्रशासन प्रभावित लोगों की हर संभव मदद कर रहा है।”
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव मदद के लिए तैयार है।
सीएम उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने प्रधानमंत्री से विस्तृत बातचीत की है। सीएम ने बताया कि तवी नदी किनारे और आसपास के कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार प्रशासन और एनडीआरएफ की मदद से राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
हादसे के बाद रुकी वैष्णो देवी यात्रा
भूस्खलन की घटना के बाद माता वैष्णो देवी यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा पर आने से पहले मौसम और मार्ग की जानकारी जरूर प्राप्त करें।
राहत एवं बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की टीम लगातार घायलों का इलाज कर रही है। वहीं मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जा रहा है।
बारिश से बिगड़े हालात
जम्मू-कश्मीर में लगातार और भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ है, वहीं नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक मौसम की यही स्थिति बनी रह सकती है।
देशभर से जताया जा रहा शोक
इस दुखद घटना पर पूरे देशभर से श्रद्धांजलि और संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, नेताओं और संगठनों ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और घायलों की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग ने पहले ही जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था। विभाग का कहना है कि मानसून की तीव्रता के कारण अगले 48 घंटों तक हालात और बिगड़ सकते हैं। प्रशासन ने पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वालों को सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी है।
निष्कर्ष
वैष्णो देवी मार्ग पर हुए इस भीषण हादसे ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि प्राकृतिक आपदाओं के सामने इंसान कितना असहाय हो सकता है। जरूरत है कि हम सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा दी जा रही सुरक्षा सलाहों का पालन करें। देश की निगाहें इस वक्त जम्मू-कश्मीर की ओर हैं और सभी प्रार्थना कर रहे हैं कि वहां हालात जल्द सामान्य हों।