हाजीपुर (वैशाली), बिहार | Info Bihar
बिहार की पवित्र धरती पर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर, हाजीपुर का एक ऐसा अद्वितीय तीर्थ स्थल है, जहाँ भगवान विष्णु (हरि) और भगवान शिव (हर) की संयुक्त आराधना होती है। यह मंदिर न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक मान्यताएं भी इसे एक विशेष स्थान प्रदान करती हैं।
📖 मंदिर का पौराणिक इतिहास
ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्रीराम ने लव-कुश से युद्ध के बाद इसी भूमि पर शिव और विष्णु की पूजा की थी। तभी से इस स्थल को “हरिहर क्षेत्र” कहा जाता है, और यहाँ के प्रमुख मंदिर को बाबा हरिहरनाथ मंदिर के नाम से जाना जाने लगा।
🌟 मंदिर की विशेषताएं
- एक ही गर्भगृह में भगवान शिव का शिवलिंग और भगवान विष्णु की प्रतिमा विराजमान हैं।
- सावन, महाशिवरात्रि, रामनवमी और अन्य धार्मिक पर्वों पर यहाँ भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
- स्थानीय लोग इसे “जागृत स्थल” मानते हैं, जहाँ की गई मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है।
🎪 हरिहर क्षेत्र मेला
हर साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर यहाँ हरिहर क्षेत्र मेला आयोजित होता है, जो कि सोनपुर मेला के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह मेला एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है, पर साथ ही यह धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी बेहद खास होता है।
📍 मंदिर का स्थान और पहुँच
- स्थान: हरिहर क्षेत्र, सोनपुर रोड, हाजीपुर, वैशाली, बिहार
- रेल मार्ग: हाजीपुर जंक्शन से मात्र 2 किलोमीटर
- सड़क मार्ग: पटना से महात्मा गांधी सेतु पार कर 15 किलोमीटर की दूरी पर
- मंदिर तक ऑटो, ई-रिक्शा और टैक्सी आसानी से उपलब्ध रहते हैं।
🙏 क्यों जाएं हरिहरनाथ मंदिर?
- अगर आप धार्मिक ऊर्जा और आस्था से जुड़ना चाहते हैं।
- शिव और विष्णु दोनों के दर्शन एक ही स्थान पर करना चाहते हैं।
- एक ऐसा वातावरण चाहते हैं जहाँ भक्ति और शांति का मेल हो।