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मां सिद्धेश्वरी काली मंदिर , बांसघाट

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माँ सिद्धेश्वरी काली मंदिर, पटना के बासघाट क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन और पवित्र मंदिर है। यह मंदिर माँ काली को समर्पित है, जो शक्ति, उग्रता और स्नेह का प्रतीक मानी जाती हैं। इस मंदिर का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व काफी गहरा है, और यहाँ भक्तों की गहरी आस्था देखने को मिलती है।

मंदिर का इतिहास और महत्व – यह मंदिर सैकड़ों वर्षों पुराना माना जाता है और स्थानीय लोककथाओं के अनुसार, यहाँ माँ काली का प्रकट रूप सिद्ध हुआ था। इसलिए इसे ‘सिद्धेश्वरी’ नाम दिया गया, जो माँ काली के सिद्ध और शक्तिशाली रूप को दर्शाता है। बासघाट का यह क्षेत्र गंगा नदी के किनारे स्थित है, जिससे इस स्थान का पवित्र महत्व और बढ़ जाता है। यह स्थल न केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की शांत और आध्यात्मिक ऊर्जा भक्तों को आंतरिक शांति प्रदान करती है।

भव्य मूर्ति – मंदिर में माँ काली की एक भव्य और दिव्य मूर्ति स्थापित है। माँ का रूप उग्र और करुणामयी दोनों भावों का अद्भुत संगम है।

त्योहारों का आयोजन – नवरात्रि, दीपावली और विशेष रूप से काली पूजा के दौरान यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। माँ काली की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, और रात्रि में भव्य आरती का आयोजन होता है।

गंगा किनारे का वातावरण – मंदिर गंगा नदी के निकट होने के कारण यहाँ का वातावरण अत्यंत शुद्ध और आध्यात्मिक है। भक्त यहाँ ध्यान और साधना के लिए भी आते हैं।

पंचांग अनुष्ठान और बलि प्रथा – पुराने समय से यहाँ पर विशेष अनुष्ठान और बलि प्रथा का पालन किया जाता था, लेकिन अब इसे सांकेतिक रूप से मनाया जाता है। कैसे पहुँचें? माँ सिद्धेश्वरी काली मंदिर पटना के बासघाट क्षेत्र में स्थित है और पटना जंक्शन से लगभग 6-8 किलोमीटर की दूरी पर है। यह स्थान स्थानीय बस, ऑटो और निजी वाहनों से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

भक्तों के अनुभव: इस मंदिर में आने वाले भक्तों का मानना है कि माँ काली यहाँ उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं। यहाँ की भक्ति और माहौल ऐसा है कि हर किसी का मन आध्यात्मिक आनंद से भर जाता है।

माँ सिद्धेश्वरी काली मंदिर न केवल पटना के लिए बल्कि पूरे बिहार के लिए एक पवित्र स्थल है। यह मंदिर भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा, आस्था और शांति प्रदान करता है। यदि आप पटना में हैं, तो इस दिव्य स्थल का दर्शन अवश्य करें। जय माँ काली! 🙏