आचार्य किशोर कुणाल जी पंचतत्व में विलीन: कोनहारा घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
हाजीपुर: बिहार के महान धर्मशास्त्री, विद्वान और समाजसेवी आचार्य किशोर कुणाल जी का 30 दिसंबर 2024 को हाजीपुर के कोनहारा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन से पूरे बिहार में शोक की लहर है।
आचार्य किशोर कुणाल जी, जिन्होंने अपने जीवन को धर्म, समाज और शिक्षा के कल्याण के लिए समर्पित किया, का अंतिम संस्कार वैदिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। हजारों लोग, जिनमें उनके अनुयायी, धार्मिक गुरु, राजनेता और समाजसेवी शामिल थे, उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उपस्थित हुए।
महावीर मंदिर में अंतिम दर्शन
उनके पार्थिव शरीर को 30 दिसंबर को पटना के महावीर मंदिर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। हजारों श्रद्धालुओं ने आचार्य जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके महान कार्यों को याद किया।
राजकीय सम्मान के साथ विदाई
अंतिम संस्कार के दौरान बिहार सरकार की ओर से उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया। मंत्रीगण और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद रहे। सभी ने उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि आचार्य किशोर कुणाल जी का निधन समाज और धर्म के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है।
धर्म और समाज के प्रति योगदान
आचार्य किशोर कुणाल जी ने बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष और महावीर मंदिर ट्रस्ट के महासचिव के रूप में अपने कार्यकाल में अनगिनत सुधार और परियोजनाएं चलाईं। उनकी पहल पर महावीर मंदिर ने कई सामाजिक और स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत की।
उनकी सरलता, विद्वता और समाज के प्रति सेवा की भावना ने उन्हें जन-जन के दिलों में अमर बना दिया। बिहार और देश हमेशा उनके योगदान को याद रखेगा।
(Info Bihar न्यूज़ बुलेटिन की विशेष रिपोर्ट)