लेखक: Info Bihar टीम | स्थान: दुल्हिनबाजार, पटना
बिहार की भूमि सिर्फ ऐतिहासिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी समृद्ध रही है। ऐसा ही एक दिव्य स्थल है उलार सूर्य मंदिर, जो पटना जिले के दुल्हिन बाजार प्रखंड में स्थित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि अपनी चमत्कारी मान्यताओं और छठ पर्व के दौरान हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए प्रसिद्ध है।
मान्यता के अनुसार, द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र शंभ को ऋषि गर्ग के श्राप से कोढ़ हो गया था। देवर्षि नारद की सलाह पर उन्होंने देश के बारह सूर्य मंदिरों की स्थापना की, और उन्हीं में से एक है उलार सूर्य मंदिर।
कहा जाता है कि शंभ ने यहां स्थित पवित्र तालाब में स्नान कर, सूर्य देव की तपस्या की और अपने रोग से मुक्त हुए। इस कथा के कारण यह मंदिर आज भी चर्म रोगों के इलाज का आध्यात्मिक केंद्र माना जाता है।
मंदिर की वास्तुकला और वातावरण
उलार सूर्य मंदिर पारंपरिक शैली में निर्मित एक शांत और सरल मंदिर है। यह कोणार्क या देओ सूर्य मंदिर की तरह भव्य तो नहीं, लेकिन इसकी सादगी, सकारात्मक ऊर्जा और प्राकृतिक शांति भक्तों को विशेष अनुभूति कराती है।
मंदिर के पास बना तालाब आज भी उतना ही पवित्र माना जाता है, जिसमें छठ पूजा के दौरान स्नान कर श्रद्धालु सूर्य को अर्घ्य देते हैं।
🌅 छठ पूजा का प्रमुख केंद्र
छठ पूजा के अवसर पर उलार सूर्य मंदिर पर हजारों श्रद्धालु एकत्रित होते हैं। लोग यहाँ आकर उपवास, सूर्य अर्घ्य और स्नान करके अपनी मनोकामनाएँ पूरी करने की प्रार्थना करते हैं।
यहाँ की छठ पूजा का दृश्य अत्यंत भव्य और भक्तिमय होता है, जिसमें लोकगीत, दीपदान और सूर्य अर्घ्य की परंपरा पूरे वातावरण को भक्तिमय बना देती है।
📍 मंदिर तक कैसे पहुँचें?
- स्थान: उलार गांव, दुल्हिनबाजार प्रखंड, पालीगंज अनुमंडल, पटना जिला, बिहार
- दूरी: पटना शहर से लगभग 40-60 किलोमीटर
- यात्रा: बस, टैक्सी या निजी वाहन से आसानी से पहुँचा जा सकता है
- समय: सुबह 6:00 से रात 8:00 बजे तक खुला रहता है
🏨 कहाँ ठहरें?
यदि आप बाहर से यात्रा पर आ रहे हैं तो पटना शहर में विभिन्न बजट के होटल और धर्मशालाएं उपलब्ध हैं। मंदिर परिसर के आसपास सीमित सुविधाएं उपलब्ध हैं, इसलिए पटना में ठहरना बेहतर विकल्प हो सकता है।
उलार सूर्य मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था, इतिहास और चमत्कार का संगम है। यह स्थान ना केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि बिहार की धार्मिक परंपराओं की जीवंत झलक भी दिखाता है।
यदि आप एक ऐसे स्थल की खोज में हैं जहाँ धार्मिक शांति, पौराणिकता और सांस्कृतिक समृद्धि हो — तो उलार सूर्य मंदिर की यात्रा अवश्य करें।