पटना, संवाददाता – राजधानी पटना में अपराध पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी अपराधी लंबे समय से अवैध हथियारों के निर्माण और सप्लाई के धंधे में सक्रिय थे। पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल अवैध हथियारों के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार हुआ है, बल्कि अपराध जगत में भी खलबली मच गई है।
गिरफ्तारी कहाँ और कैसे हुई
पटना पुलिस की विशेष टीम ने गर्दनीबाग और फुलवारीशरीफ के जानीपुर इलाके में दबिश देकर इन अपराधियों को धर-दबोचा। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान जानीपुर निवासी जयप्रकाश उर्फ जेपी, फुलवारीशरीफ निवासी रवि कुमार और मंटू राम के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, जयप्रकाश हथियार बनाने के साथ-साथ उसकी बिक्री भी करता था। वह लंबे समय से इस धंधे में शामिल था और पूर्व में एक कुख्यात अपराधी का सहयोगी भी रह चुका है।
भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने अपराधियों के ठिकाने से हथियार बनाने के औजार, मैगजीन, कारतूस और खोकों सहित बड़ी मात्रा में अवैध सामग्री बरामद की है। जब्त किए गए सामान में शामिल हैं –
- दो नाली बंदूक
- तीन पिस्टल
- देसी कट्टा
- एक स्टील जैसा पिस्टल
- चार खाली मैगजीन
- 35 खोखे (कारतूस के खोल)
- मिस फायर गोली
- 27 जिंदा कारतूस
- रेती, पिलास, हथौड़ी और अन्य औजार
- 24 सौ नकद राशि
बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि अपराधी बड़े स्तर पर हथियारों का निर्माण कर रहे थे और इन्हें विभिन्न आपराधिक गिरोहों तक पहुँचा रहे थे।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब विशेष टीम पटना के पटेलिया बाजार इलाके में पहुँची तो जयप्रकाश और रवि कुमार बाइक से भागने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान जयप्रकाश गिर पड़ा और चोटिल हो गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। पूछताछ के क्रम में दोनों के साथी मंटू राम का नाम सामने आया, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया।
आपराधिक कनेक्शन की जाँच
तीनों आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि इनका नेटवर्क काफी बड़ा है और कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हैं। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि जिन लोगों तक अब तक हथियार पहुँचाए गए हैं, उनकी पहचान कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस को संदेह है कि इन अपराधियों का संबंध न केवल स्थानीय गिरोहों से है बल्कि यह अवैध हथियार बिहार के बाहर भी सप्लाई किए जा रहे थे।
समाज और सुरक्षा पर असर
अवैध हथियारों का धंधा न केवल अपराध को बढ़ावा देता है बल्कि समाज की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है। पटना पुलिस की इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि प्रशासन अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है।
हथियारों के जखीरे की बरामदगी यह दर्शाती है कि यदि समय रहते पुलिस कार्रवाई न करती, तो यह हथियार बड़ी आपराधिक घटनाओं में इस्तेमाल हो सकते थे।
निष्कर्ष
पटना पुलिस द्वारा हथियार बनाने और सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। गिरफ्तार अपराधियों से हुई बरामदगी और पूछताछ से आने वाले दिनों में कई और बड़े राज खुल सकते हैं।
अवैध हथियारों पर नकेल कसने की इस पहल से अपराध पर अंकुश लगेगा और आम जनता को भी राहत मिलेगी। पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के लिए चेतावनी है कि बिहार में अपराध का कोई भी नेटवर्क अब ज्यादा दिन तक छुपा नहीं रह सकता।