🚫 भारत में अब 18 साल से कम उम्र के युवाओं के लिए तंबाकू पूरी तरह प्रतिबंधित
नई दिल्ली | जुलाई 2025:
भारत सरकार ने तंबाकू उत्पादों के उपयोग को लेकर एक कड़ा फैसला लिया है। अब 18 वर्ष से कम उम्र के किशोरों को किसी भी प्रकार का तंबाकू खरीदने, बेचने या सेवन करने की अनुमति नहीं होगी।
यह निर्णय स्वास्थ्य मंत्रालय और कोटपा (COTPA) कानून के तहत लिया गया है, जिसका उद्देश्य बच्चों को तंबाकू और निकोटिन के खतरनाक प्रभावों से बचाना है।

⚖️ क्या है नया नियम?
- 18 साल से कम उम्र के व्यक्ति को सिगरेट, गुटखा, बीड़ी, ई-सिगरेट, हुक्का, पान मसाला इत्यादि बेचना गैरकानूनी
- किसी भी स्कूल, कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान के 100 मीटर के भीतर तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध
- पहली बार अपराध पर ₹2,000 तक का जुर्माना, बार-बार अपराध करने पर जेल की सजा भी हो सकती है
- किशोरों द्वारा उपयोग करते पाए जाने पर काउंसलिंग और पुनर्वास की व्यवस्था
🧠 क्यों लिया गया ये फैसला?
- तंबाकू सेवन से फेफड़ों का कैंसर, हार्ट अटैक, मुँह का कैंसर, दाँत और सांस की समस्याएं बढ़ रही हैं
- तंबाकू की लत कम उम्र में पढ़ाई और जीवन पर बुरा प्रभाव डालती है
🧒 युवाओं पर प्रभाव
- यह कानून स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों को नशे की शुरुआत से रोकने में मदद करेगा
- युवाओं के स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित रखने की दिशा में अहम कदम
- इससे परिवार और समाज पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा
📢 सरकार की अपील
“तंबाकू छोड़िए, जीवन को अपनाइए। अपने बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य दीजिए।”
स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें इस कानून को जागरूकता अभियान, स्कूल वर्कशॉप, पोस्टर, सोशल मीडिया और हेल्थ चेकअप के ज़रिए लागू करने पर काम कर रही हैं।
✅ निष्कर्ष:
तंबाकू पर प्रतिबंध केवल कानून नहीं, एक सामाजिक ज़िम्मेदारी है।
बिहार और पूरे देश में यदि यह सख्ती से लागू हो, तो आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ और तंबाकू-मुक्त जीवन मिल सकता है।