बिहार के गया ज़िले में शुक्रवार सुबह एक हृदयविदारक घटना सामने आई। मीडिया सेल में तैनात सब-इंस्पेक्टर अनुज कश्यप ने अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना ने न केवल पुलिस विभाग को बल्कि पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है।
मूल रूप से सहरसा ज़िले के बनगांव के निवासी अनुज कश्यप 2019 बैच के पुलिस अधिकारी थे। 2022 में उन्हें गया एसएसपी कार्यालय के मीडिया सेल का प्रभारी बनाया गया था। उनकी शादी महज़ दो साल पहले हुई थी, लेकिन वह गया में अकेले रह रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार की सुबह उनके दोस्तों ने कई बार फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद पड़ोसियों ने सीढ़ी लगाकर कमरे में झांका तो देखा कि अनुज कश्यप फंदे से लटक रहे थे। तत्काल पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई, जिसके बाद सिटी एसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन घटना ने पुलिस विभाग के भीतर मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत दबाव के मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिवार में कोहराम
इस दुखद खबर के बाद अनुज कश्यप के पैतृक गांव में मातम पसर गया है। परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं और रो-रोकर उनका बुरा हाल है। सहकर्मी भी उन्हें शांत, विनम्र और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में याद कर रहे हैं।
मानसिक स्वास्थ्य की ज़रूरत
यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि तनाव और मानसिक परेशानी को नज़रअंदाज़ करना कितना खतरनाक हो सकता है। ज़रूरी है कि समाज, परिवार और संगठन सभी स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य पर खुली बातचीत को प्रोत्साहित करें।