गया जिले के आंती थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। यहां संजय चौधरी नामक व्यक्ति ने ओझा-गुनी और पूजा-पाठ के बहाने एक महिला को घर बुलाया। आरोपी नशे में धुत था और महिला के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसे खेत में ले जाकर पत्थर से चेहरा कुचलकर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
घटना का पूरा विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी संजय चौधरी (40) ने महिला को पूजा-पाठ और झाड़-फूंक का झांसा देकर अपने घर बुलाया। महिला पर झाड़-फूंक करने के नाम पर उसने पहले शराब पीकर उसका शोषण किया। इसके बाद आरोपी ने महिला को अपने घर से लगभग 200 मीटर दूर स्थित खेत में घसीटकर ले गया और वहां पत्थर से हमला कर उसका चेहरा कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बेटी और सास पर भी हमला
वारदात यहीं खत्म नहीं हुई। आरोपी ने महिला की 25 वर्षीय बेटी को भी अपने घर बुलाकर कहा कि उसकी मां उसे बुला रही है। जब बेटी वहां पहुंची तो उसने अपनी मां का शव खेत में देखा। उसने तुरंत पूरे मामले का खुलासा किया। बेटी ने बताया कि जब उसने विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ भी मारपीट की।
इतना ही नहीं, आरोपी ने मृतका की सास के साथ भी मारपीट की और उनका सिर फोड़ दिया। यह सब सुनकर गांव में गुस्से और तनाव का माहौल फैल गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही डीएसपी सुशांत कुमार चंचल, थानाध्यक्ष रंजीत कुमार और एसआई मीरा कुमारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
फिलहाल, आरोपी संजय चौधरी फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा और उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना के बाद गांव के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। ग्रामीणों ने आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि ऐसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
सामाजिक दृष्टिकोण
यह मामला न सिर्फ एक हत्या और दुष्कर्म की घटना है, बल्कि यह हमारे समाज की उस कुरीति को भी उजागर करता है जिसमें ओझा-गुनी और झाड़-फूंक के नाम पर लोगों को बरगलाया जाता है। आज भी ग्रामीण इलाकों में शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण महिलाएं और गरीब तबका ऐसे झूठे दावों में फंस जाते हैं।
यह घटना इस बात की गवाही देती है कि अंधविश्वास और नशे का घातक संगम किस तरह से निर्दोष लोगों की जिंदगी छीन सकता है।
सरकार और प्रशासन से अपेक्षाएँ
ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सरकार को न केवल सख्त कानून लागू करने होंगे बल्कि ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाना होगा। महिलाओं की सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए त्वरित कार्रवाई जरूरी है।
निष्कर्ष
गया जिले की यह वारदात समाज को झकझोर देने वाली है। आरोपी संजय चौधरी ने जिस तरह से दुष्कर्म, हत्या और हिंसा की, वह बेहद निंदनीय है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस कब तक आरोपी को गिरफ्तार करती है और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने में कितनी तत्परता दिखाती है।