भारतीय संगीत जगत में कुछ ऐसे नाम हैं जिन्होंने कम समय में ही अपनी अलग पहचान बना ली है। उन्हीं में से एक हैं अमाल मलिक, जिन्हें आज एक प्रतिभाशाली संगीतकार, गायक और निर्देशक के रूप में जाना जाता है। 16 जून 1990 को मुंबई में जन्मे अमाल ने बचपन से ही संगीत को अपना साथी बना लिया था। वर्ष 2025 में वे 35 वर्ष के हो चुके हैं और अब तक का उनका सफर यह दिखाता है कि जुनून और मेहनत किसी भी कलाकार को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है।
अमाल ऐसे परिवार से आते हैं जहाँ संगीत परंपरा का हिस्सा है। उनके दादा और पिता दोनों ही संगीत से जुड़े रहे हैं। परिवार के इस माहौल ने अमाल को कम उम्र में ही संगीत की ओर आकर्षित किया। आठ साल की उम्र से उन्होंने सुर और ताल की बारीकियाँ सीखनी शुरू कर दी थीं। यही नींव आगे चलकर उनके करियर की सबसे बड़ी ताकत बनी।
अमाल ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत दूसरों के साथ काम करते हुए की। शुरुआती दिनों में उन्होंने फिल्मों के लिए असिस्टेंट म्यूज़िक डायरेक्टर के तौर पर काम किया। धीरे-धीरे उन्हें खुद संगीत देने के अवसर मिलने लगे। फिल्म सरकार (2005) में सहायक के तौर पर जुड़ने के बाद उन्होंने जय हो, हीरो, राजा और कबीर सिंह जैसी फिल्मों में शानदार गीतों से अपनी पहचान बनाई। उनका गीत नैना (हीरो) काफी लोकप्रिय हुआ और संगीत समीक्षकों ने भी इसे सराहा।
अमाल केवल संगीतकार ही नहीं, बल्कि एक गायक और निर्देशक के रूप में भी जाने जाते हैं। उनके गाए और कंपोज़ किए गाने युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं। फिल्मों के अलावा उन्होंने Independent Music Singles (In-de-pen-dent Myoo-zik Sin-guhls) भी बनाए, यानी ऐसे गाने जो फिल्म का हिस्सा नहीं होते बल्कि आर्टिस्ट अपनी मर्जी से रिलीज़ करता है। ‘O Khuda’ जैसे गानों को काफी सराहना मिली। यही वजह है कि वे हर बार कुछ नया करने की कोशिश करते हैं और श्रोताओं की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं।
फिल्मों और गानों से आगे बढ़कर अमाल ने टेलीविजन की दुनिया में भी कदम रखा। उन्होंने सारेगामापा लिटिल चैंप्स जैसे शोज़ में जज की भूमिका निभाई और रविवार जैसे कार्यक्रमों में होस्टिंग भी की। इससे वे दर्शकों से और करीब जुड़ पाए। हालांकि, वे अपने बेबाक स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं। कई बार उन्होंने संगीत उद्योग की कमियों और नेपोटिज़्म जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी, जिससे वे विवादों में भी आए।
अमाल का परिवार उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उनके पिता डब्बू मलिक भी संगीतकार हैं, और उनके छोटे भाई अरमान मलिक एक सफल गायक हैं। अमाल अविवाहित हैं और फुटबॉल खेलना उन्हें बेहद पसंद है। वे मुंबई में रहते हैं और एक मर्सिडीज बेंज कार के मालिक हैं। अनुमान है कि उनकी कुल संपत्ति लगभग 1 करोड़ रुपये के आसपास है।
अमाल मलिक की कहानी यह बताती है कि बचपन से मिला सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत किसी भी कलाकार को ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है। वे केवल एक संगीतकार नहीं, बल्कि एक ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने हर क्षेत्र में अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है। विवादों और चुनौतियों के बावजूद, उनकी ईमानदारी और सच्चाई ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाए रखा है। आने वाले समय में भी उनके सुर और धुनें भारतीय संगीत को और समृद्ध करने का वादा करती हैं।