सोशल मीडिया की काली दुनिया: जब पत्रकारिता बन जाए ब्लैकमेलिंग का धंधा
“आजकल पत्रकारिता कम, धमकी और दबाव का खेल ज़्यादा हो गया है।”सोशल मीडिया पर उभरते कुछ स्वघोषित पत्रकार अब सच्चाई की रिपोर्टिंग नहीं करते, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों को डराकर, दबाव…
“आजकल पत्रकारिता कम, धमकी और दबाव का खेल ज़्यादा हो गया है।”सोशल मीडिया पर उभरते कुछ स्वघोषित पत्रकार अब सच्चाई की रिपोर्टिंग नहीं करते, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों को डराकर, दबाव…