बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में बुधवार को एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। सरैया थाना क्षेत्र के जैतपुर में एनएच-722 रेवा रोड पर लूट का विरोध करने पर एयरफोर्स के जवान अभिषेक कुमार को अपराधियों ने गोली मार दी। घटना के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीणों की बहादुरी से एक अपराधी पकड़ा गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस घटना ने एक बार फिर से Muzaffarpur Crime News, Bihar Crime, और NH-722 Loot Case को सुर्खियों में ला दिया है।
घटना का पूरा विवरण
पारू थाना क्षेत्र के जयमल डुमरी गांव निवासी अभिषेक कुमार, जो एयरफोर्स में जवान हैं, अपनी पत्नी के साथ बाइक से मुजफ्फरपुर जा रहे थे। जैसे ही वे पोखरैरा टोल प्लाजा के पास ऐमा गांव पहुंचे, बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक किया और रोककर उनकी पत्नी के गले से सोने की चेन छीनने की कोशिश की।
पत्नी के विरोध करने पर अपराधियों ने गोली चला दी, जिससे अभिषेक कुमार के पैर में गोली लग गई। गोलीबारी के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। लेकिन यह गांव का इलाका होने के कारण स्थानीय लोग तुरंत एकजुट हुए और एक अपराधी को पकड़ लिया। ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया।
ग्रामीणों की बहादुरी
इस वारदात में सबसे बड़ी बात यह रही कि अपराधियों की गोलीबारी के बावजूद ग्रामीण पीछे नहीं हटे। उन्होंने एक बदमाश को मौके पर ही पकड़ लिया, जिससे पुलिस को जांच में बड़ी सफलता मिली। पकड़े गए अपराधी की पहचान कुढ़नी निवासी रवि कुमार (29 वर्ष), पिता जवाहर भगत, के रूप में हुई है।
घायल जवान और अपराधी का इलाज
गोली लगने के बाद घायल एयरफोर्स जवान अभिषेक कुमार को परिजनों ने तुरंत मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज जारी है। वहीं, ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए अपराधी रवि कुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने पहले उसे सीएचसी भेजा, लेकिन हालत खराब होने पर डॉक्टरों ने उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही सरैया जैतपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। पुलिस ने पकड़े गए अपराधी से पूछताछ शुरू कर दी है और उसके साथी अपराधी की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
जैतपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की तफ्तीश जारी है। पकड़े गए अपराधी के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है। वहीं, फरार अपराधी को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया गया है।
घटना का असर
यह घटना न सिर्फ स्थानीय लोगों को दहला गई बल्कि इससे एक बार फिर से यह सवाल खड़ा हुआ है कि बिहार में अपराध (Bihar Crime Rate) कब थमेगा। दिनदहाड़े एनएच-722 जैसी व्यस्त सड़क पर हुई इस वारदात ने पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।